सी एम ओ नें सी एच सी दुद्धी का किया औचक निरीक्षण
उपेंद्र तिवारी
इमरजेंसी आदि में दुर्व्यवस्था पर फटकार लगाई
दुद्धी सोनभद्र । सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दुद्धी में संपूर्ण समाधान दिवस उपरांत मुख्य चिकित्सा अधिकारी सोनभद्र डॉ अश्वनी कुमार अचानक सी एच सी दुद्धी पहुंचे l इमरजेंसी के रखरखाव एवं अस्पताल की दुर्व्यवस्था पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अधीक्षक डॉक्टर शाह आलम अंसारी , एवं अस्पताल मैनेजमेंट को दुर्व्यवस्था पर कड़ी फटकार लगाई l मीडिया को दिए बयान में सीएमओ ने कहा कि अस्पताल आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र से जुड़े होने के कारण उत्तर प्रदेश सरकार की मंशा अनुसार बेहतर चिकित्सा व्यवस्था उपलब्ध कराए जाने के क्रम में हड्डी रोग विशेषज्ञ ( सर्जन ),डॉक्टर राजेश कुमार व महिला रोग विशेषज्ञ डॉक्टर इंदु , चाइल्ड रोग विशेषज्ञ डॉ प्रवीण कुमार, पैथोलॉजी विशेषज्ञ डॉक्टर वरुण कुमार तैनाती की गई है l जिससे बेहतर उपचार गरीबों को मिल सके परंतु शासन की मंशा अनुसार अस्पताल का संचालन ठीक से नहीं किया जा रहा l इमरजेंसी की स्थिति अत्यंत खराब है l अनावश्यक बाहर मरीज को भेजे जाने व बाहरी जांच एवं दवा लिखे जाने का भी मुख्य चिकित्सा अधिकारी सोनभद्र द्वारा संज्ञान लिया गया l आशा, एनम, एवं अस्पताल कर्मचारियों के द्वारा प्राइवेट अस्पतालों में मरीज को भेजे जाने व संपूर्ण अस्पताल का रखरखाव मैनेजमेंट द्वारा ठीक से नहीं किए जाने को लेकर आवश्यक कड़ी कार्रवाई किए जाने की बात कही l ज्ञात कराना हैं की सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दुद्धी में इन दिनों अधीक्षक डॉक्टर शाह आलम अंसारी, डॉ विनोद सिंह,डॉ संजीव कुमार, डॉ राजेश कुमार (हड्डी रोग विशेषज्ञ) डॉक्टर इंदु (महिला - स्त्री रोग विशेषज्ञ )डॉक्टर स्मिता सिंह , डॉ प्रवीण कुमार (चाइल्ड रोग विशेषज्ञ) डॉक्टर अणिमा यादव ( डेंटल रोग ) पैथोलॉजी चिकित्सक डॉक्टर वरुण कुमार, आयुष डॉक्टर मिथिलेश कुमार आदि डॉक्टर की संपूर्ण उपलब्धता जनप्रतिनिधियों एवं शासन के अनुसार कराया गया है। विधायक दुद्धी द्वारा भी इसकी लगातार मांग की जा रही थी l जिस पर विशेषज्ञों की नियुक्ति सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दुद्धी पर की गई l परंतु अस्पताल में मैनेजमेंट द्वारा अस्पताल का रखरखाव ठीक से नहीं किया जा रहा l जबकि पूर्व अधीक्षक डॉक्टर आईजी यादव जो डिप्टी सीएमओ के पद पर प्रोन्नति हुई के समय अस्पताल का मैनेजमेंट फूल पत्तियों से सुसज्जित अस्पताल का रखरखाव सुंदर एवं सराहनी था l अगर यूँ हीं दुर्व्यवस्था बनी रही तो निश्चित कार्रवाई होगी जिससे इनकार नहीं किया जा सकता l अब मरीजों को अनावश्यक रेफर करने की कोई जरूरत नहीं होंगी क्योंकि अस्पताल का अपना खुद का ब्लड बैंक, विशेषज्ञों की टीम अस्पताल में मौजूद है l बावजूद इसके गुणवत्ता परक उपचार नहीं होता है तो अस्पताल का मैनेजमेंट पूर्ण दोषी होगा l बाहरी जांच, बाहरी दवा, मरीज को अनावश्यक प्राइवेट हॉस्पिटल में रेफर किए जाने पर कड़ी कार्यवाही अमल में लाई जायेगी l