बघाडू वन क्षेत्र के कनहर नदी से अवैध खनन का खेल शुरू
दुद्दी/सोनभद्रर/अमर नाथ शर्मा/ कनहर नदी में बाढ़ कम होते ही अवैध खनन का खेल शुरू हो गया है।खनन कर्ता रात ढलते ही नदियों से खनन के फिराक में जुट जाते हैं और तय समय सीमा के अंदर खनन का खेल खेलते हैं।
सूत्रों की माने तो खनन कर्ता वन विभाग सहित कुछ सफेदपोशों के मिलीभगत से रात के अंधेरे में नदियों से खनन करके सेटिंग के तहत ठेमा रेलवे गेट स्थित मैचिंग प्लांट सहित अन्य जगहों पर बालू की आपूर्ति करते हैं।रात भर में 3 से 4 चक्कर ट्रैक्टर एवं ट्रिपर से लगाई जाती हैं और बालू गिरने के बाद कुछ बालू बाहर से मंगवा कर उसमें जेसीबी से मिक्स कर दिया जाता है ताकि देखने में लगे कि बालू बाहर से लाया गया है।यह खेल लगभग रातभर चलता रहता है ।लोगों का कहना है कि एक तरफ जहां लोगों को प्रधानमंत्री आवास बनाने के लिए बालू नही मिलने के कारण सेकेंड क़िस्त अटकी हुई है तो वहीं खनन कर्ता बेखौफ रेलवे के ठेकेदार को उच्चे दामों पर बालू आपूर्ति करके सरकारी राजस्व चुना लगा रहे हैं।
ठेकेदार स्थानीय खनन कर्ताओं से बालू लेकर बाहर का परमिट बनवा लेता है जिससे उत्तर प्रदेश सरकार का डबल नुकसान होता है क्योंकि बालू भले ही कनहर नदी की रहती हैं लेकिन सरकार को इसका राजस्व नही मिल पाता है।स्थानीय कनहर की बालू आसानी से न पहचाना जा सके इसके लिए ठेकेदार कुछ बालू बाहर से मंगवा कर मिक्स कराकर सरकार की आंखों में धूल झोंककर राजस्व की चोरी कर रहा है।