युवाओं ने मनाई बाबा भीमराव अंबेडकर की जयंती,कहा दबे कुचलों के मसीहा थे अम्बेडकर
दुद्धी/ अमर नाथ शर्मा/ भारतीय संविधान के शिल्पीकार ,आधुनिक राष्ट्र के निर्माता दलित व पिछड़ो के मसीहा ,चैंपियन ऑफ सोशल जस्टिस ,भारत रत्न बाबा साहब डॉ भीमराव अम्बेडकर की 130वीं जयंती बड़े ही धूमधाम से मनाया गया | आज सुबह क़स्बे के वार्ड नं 3 में स्थापित बाबा साहब की स्थापित प्रतिमा स्थल पर पहुँचे इनके अनुयायियों ने बड़े ही श्रद्धा भाव से सर्वप्रथम मोमबत्ती जलाया ,उसके बाद श्रद्धा सुमन के तौर पर फूलों का गुलदस्ता चढ़ाया और फूलों की माला पहनाया | इसके बाद युवाओं ने बड़े ही आस्था से बाबा साहब डॉ भीमराव अम्बेडकर द्वारा समाज के दबे कुचलों दलित व पीड़ितों के लिए किए गए कार्यों को याद किया| पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष रजनीश कुमार ने कहा कि बाबा साहब वास्तव में इस युग के मसीहा थे जिन्होंने समाज मे फैले आडंबरों को दूर कर हम सभी को सम्मान से जीने का हक दिलाया , बाबा साहब ने भारत के संविधान का निर्माण किया जिनके बनाये हुए कानूनों व नियमों का हम सब अनुसरण करते हैं| माइकल घुसिया ने कहा कि बाबा साहब ने दलित पिछड़ों समाज के लिए जो किया वह वास्तव में वरदान है ,क्योंकि इनके जन्म से पूर्व समाज मे ढ़ेर सारी कुरीतियां थी ,सामंतवादी लोग दलित पिछड़ो को इंसान नहीं समझते थे और उनके साथ जानवरो से भी बुरा बर्ताव करते थे|इस मौके पर अभिमन्यु ,रविकांत प्रजापति ,मचाल ,सुमित ,सुधीर , संदीप ,महेश ,उमा ,संजय ,शिवराज , विशाल ,दीपक , करन ,राजा , गोविंद ,आशु ,हिमांशु , सत्यम , दीपक ,कन्हैया , किशन , दीपांशु , सागर , शिवा , रोहन ,अजीत , रामु ,वीरू ,टिंकू आदि उपस्थित रहें|