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 बिना परमिट के टिपर को वन विभाग की टीम ने पकड़ा

चोपन/प्रमोद/ गुरमा क्षेत्र के रेडिया के पास सूत्रों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार बिना परमिट के टिपर पर लदी गिट्टी  जा रही थी ,तभी वन विभाग की टीम ने धरदबोचा और गुरमा रेंज में लाकर अग्रिम कार्यवाही के लिए खड़ी कर दी प्राप्त जानकारी के अनुसार रेंजर बलवंत सिंह द्वारा बातों को इधर-उधर किया जा रहा था, और बच्चों के तरह नियम बता रहे थे कि परमिट लेकर मोटरसाइकिल से आ रहा है इनका परमिट कटा हुआ है गाड़ी मालिक परमिट लेकर आ रहा है वही जब मीडिया ने सवाल किया कि सर परमिट गाड़ी चलने के पाँच घण्टे बाद कटता हैं क्या तो रेंजर साहब ने 

मीडिया को बयान देने से मना कर दिये।

तभी त्रिभुवन सिंह डिप्टी रेंजर द्वारा जानकारी मिला

की गाड़ी मालिक आ रहे हैं परमिट देख कर अग्रिम कार्यवाही की जायेगा।

वही आपको बता दें कि गाड़ी पर नम्बर तक नही हैं और अवैध तरीक़े से बिना परमिट की गाड़ी भी चलाई जा रही हैं।

वही लोगो में चर्चा का विषय भी  बना हुआ है और कहना है कि अगर कार्यवाही नही किया गया तो भ्रष्टाचार्य का दूसरा नाम खनन क्षेत्र का वन विभाग ।

वही भष्टाचार अधिकारियों द्वारा उस टिपर को पाँच घण्टे बाद एक ड्राइवर, एक खलासी सहित टिपर को छोड़ दिया गया।

सवाले यहां यह खड़ी होती हैं कि अगर परमिट 5घण्टे में आती हैं तो गाड़ी छूट जाता हैं अगर गाड़ी सही तरीके से एक नम्बर से कोई मोटर मालिक अपना बिजनेस कर रहा है तो वन विभाग द्वारा क्यों इन खनन व्यवसाय लोगों के गाड़ियों को पकड़ कर समय ख़राब किया जाता हैं ,क्या वन विभाग का मामला गोलमाल वाला हैं या कुछ छन्द रुपयों के चक्कर मे अपनी ड्यूटी का नियम भुल गये हैं।