एम.आर. जयपुरिया स्कूल में सोनभद्र पुलिस ने बच्चों को डिजिटल सुरक्षा का पाठ पढ़ाया




अमर नाथ शर्मा 

सोनभद्र / आज दिनांक 22.08.2025 को क्षेत्राधिकारी नगर श्री रणधीर मिश्रा के नेतृत्व में साइबर क्राइम पुलिस थाना सोनभद्र की टीम द्वारा एम.आर. जयपुरिया स्कूल, राबर्ट्सगंज, सोनभद्र में “पुलिस पाठशाला” कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य स्कूली छात्र-छात्राओं, शिक्षकों एवं स्टाफ को साइबर अपराधों, महिला सुरक्षा, सड़क सुरक्षा एवं ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूक करना रहा।

इस अवसर पर क्षेत्राधिकारी नगर श्री रणधीर मिश्रा द्वारा उपस्थित छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए साइबर अपराधों से बचाव के उपाय, महिला सुरक्षा, मिशन शक्ति, सड़क सुरक्षा एवं ट्रैफिक नियमों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। उन्होंने छात्रों को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर सजग और सतर्क रहने की सलाह दी तथा किसी भी संदेहजनक गतिविधि की सूचना तत्काल पुलिस को देने हेतु प्रेरित किया।

*साइबर क्राइम पुलिस थाना सोनभद्र की टीम द्वारा दी गई विस्तृत जानकारी में शामिल विषय:*

🔴 प्र0नि0 श्री सदानन्द राय ने डिजिटल अरेस्ट, फेक लोन एप्स, फर्जी ऑफर, ऑनलाइन गेमिंग के माध्यम से ठगी, फर्जी निवेश योजनाएं एवं शेयर मार्केट स्कैम से संबंधित साइबर अपराधों की जानकारी दी एवं उनसे बचाव के उपाय बताए।

🔴 हे0का0 शिवनन्दन सिंह एवं का0 शैलेश विक्रम ने सोशल मीडिया फ्रॉड जैसे फेसबुक, इंस्टाग्राम, व्हाट्सऐप के माध्यम से होने वाले अपराधों के साथ-साथ UPI ID, QR कोड स्कैम, एटीएम फ्रॉड, एवं अनजान लिंक्स से होने वाली ठगी के मामलों पर प्रकाश डाला।

🔴 का0 अखिलेश कुमार ने सेक्सटॉर्शन जैसे गंभीर एवं संवेदनशील साइबर अपराधों के बारे में जागरूक किया और बताया कि ऐसे मामलों में घबराने की बजाय तत्काल पुलिस या साइबर हेल्पलाइन से संपर्क करें। उन्होंने साइबर अपराधों की शिकायत दर्ज करने हेतु हेल्पलाइन नंबर 1930 एवं वेबसाइट www.cybercrime.gov.in की जानकारी भी प्रदान की।कार्यक्रम में एम.आर. जयपुरिया स्कूल के डायरेक्टर, प्रिंसिपल, शिक्षकगण, अन्य स्टाफ सदस्य तथा सैकड़ों की संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। सभी ने साइबर सुरक्षा से जुड़ी इस उपयोगी जानकारी को अत्यंत उपयोगी व समयानुकूल बताया।पुलिस पाठशाला का यह कार्यक्रम न केवल छात्रों में डिजिटल जागरूकता लाने में सफल रहा, बल्कि समाज में सुरक्षित इंटरनेट व्यवहार को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल भी सिद्ध हुआ।